tag:blogger.com,1999:blog-3760252429097979220.post1180271410281047527..comments2023-03-24T06:55:00.652-07:00Comments on मन की बात: ओ पिता हमें क्षमा करनाAtmaram Sharmahttp://www.blogger.com/profile/11944064525865661094noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-3760252429097979220.post-69542612366473897812009-06-12T07:38:40.351-07:002009-06-12T07:38:40.351-07:00'झूठे शब्द
और खोखली बातें
हो गई हैं हमारी
पथ-प...'झूठे शब्द<br />और खोखली बातें<br />हो गई हैं हमारी<br />पथ-प्रदर्शक<br />खोटे सिक्कों का अब<br />टकसाल पर कब्जा है<br /><br />बहुत ही गहरी बात कह दी हैं आप ने अपनी इस मर्मस्पर्शी कविता में.<br />आज के समय के समाज को आईना दिखाती हुई सार्थक रचना.Alpana Vermahttps://www.blogger.com/profile/08360043006024019346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3760252429097979220.post-2508793240793030632009-06-02T10:55:12.721-07:002009-06-02T10:55:12.721-07:00चंद सुविधाएँ
चंद बेफ्रिकी
और महीने की पगार
बस यही ...चंद सुविधाएँ<br />चंद बेफ्रिकी<br />और महीने की पगार<br />बस यही मोल था<br />एक अदद ज़मीर का<br /><br /><br />अब किस्सा ही खत्म<br />न बची आत्मा<br />न उठेगा सवाल<br /><br />बहुत ही मार्मिक, वेदना से अभिभूत अभिव्यक्ति है आपकी <br />शुभकामनाओ के साथ <br />स्वप्न मंजूषास्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.com